यहाँ हम कंप्यूटर क्या है और कंप्यूटर कैसे काम करता हैं के विषय में बात करेंगे. आसान भाषा में कहा जाये तो कंप्यूटर एक Electronic devise है जो data हमलोग देते हे उसे processing कर के output(Result) देता हैं | ये जवाब शायद आप सभी को पहले से ही पता होगा . तो आप सोच रहे होंगे की आज फिर क्यूँ ये post है. जिसके बारे में हमें पहले से ही सब कुछ पता है.
तो जरा wait कर ले कि मैं आपको आज इस post मे Basic से advance तक के बारे मे बताने वाला हूँ उसमे से शायद आपको कुछ पहले से पता हो पर मेरा ये मकसद है की आपको पूरी computer के बारे में जानकारी दी जाये न की आधी अधूरी.
मुझे पता है की आपलोगों कंप्यूटर की बेसिक जानकारी पता होगा . पर क्या आपको ये पता है की ये कैसे काम करता है, किसने इसे सबसे पहले बनाया होगा , किस किस दोर से ये गुजरा है. कंप्यूटर के विसेसताओ में कितने बदलाव देखने को मिले इतने वर्षों में |
आज जो advance कंप्यूटर हम इस्तमाल कर रहे हैं इसके पीछे आज से लगभग 80 साल पहले कई वैज्ञानिकों के सालों के मेहनत का नतीजा है. आज मैं आप लोगों को इस article मे कंप्यूटर किसे कहते है, इसके मुख्य अंग क्या है, कंप्यूटर का Full Form और ये काम कैसे करता है के साथ साथ आप लोगों को इस device के बारे में पूरी जानकारी देना चाहता हूँ. तो फिर देरी किस बात की चलिए शुरू करते हैं और जानते हैं की कंप्यूटर क्या होता है.
Contents
- 1 कंप्यूटर क्या है ? (What is Computer in Hindi)
- 2 कंप्यूटर का इतिहास – (Generation of computer in Hindi )
- 3 1st Generation of computer “कंप्यूटर की पहली पीढ़ी” – 1940 to 1956 “Vacuum Tubes”
- 4 2 nd Generation of Computer “दूसरी पीढ़ी की कंप्यूटर ” – (1956 to 1963) “Transistors”
- 5 Third Generation of Computer “तीसरी पीढ़ी की कंप्यूटर ” (1964 to 1971) Integrated Circuit
- 6 Fourth Generation of Computer “ चौथी पीढ़ी की कंप्यूटर ” – 1971 to 2010 “Microprocessors”
- 7 Fifth Generation कंप्यूटर की पांचवीं पीढ़ी – (2010 to Present) “Artificial Intelligence”
- 8 कंप्यूटर का फुल फॉर्म क्या है?
- 9 कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया ?
- 10 कंप्यूटर की परिभाषा
- 11 computer केसे काम करता हैं ?
- 12 Motherboard
- 13 CPU/Processor
- 14 RAM
- 15 Hard Drive
- 16 Power Supply Unit:- Switch Mode Power Supply (SMPS)
- 17 Expendable slot
- 18 कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर
- 19 कंप्यूटर के प्रकार – Types of Computer in Hindi
- 20 अन्य प्रकार के कंप्यूटर (Other types of Computers)
- 21 PCs and Macs
कंप्यूटर क्या है ? (What is Computer in Hindi)
What is Computer: कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जिसे सूचना (Information) के साथ काम करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। कंप्यूटर लैटिन शब्द “computare” से लिया गया है, इसका मतलब है कि calculate करने योग्य मशीन या प्रोग्राम करने योग्य मशीन। बिना प्रोग्राम (Software ) के कंप्यूटर कुछ भी नहीं कर सकता है। यह बाइनरी अंकों की एक string के माध्यम से दशमलव संख्याओं का Represent करता है।
Binary Digit – 0011001
computer सिर्फ 0 ओर 1 number को ही समझता हे और हमारी सारा data ओर information 0 और 1 मे ही store कर के रखता हे |
पर यहा computer का definition बता देने से computer की पूरी जानकारी नहीं हो सकती हे तो चलिए हम आज computer की दुनिया के बारे मे जानते हे.
कंप्यूटर का इतिहास – (Generation of computer in Hindi )
computer का इतिहास बहुत ही पुराना हैं आज से लगभग 80 साल पहले कंप्युटर का निव डाला गया था जो आज हम लोग computer देख रहे है पहले ऐसा नहीं हुआ करता था. बात करे world का पहला कंप्युटर तो बड़े बड़े room (कमरा ) के बराबर हुआ करता था |
तब से लेकर आज तक computer मे कई changes हुई हे जिससे generation मे बाटा गया हैं |
जब बात Computer की generation की आती है तब इसका तात्पर्य है की Computer की पीडियां . जैसे जैसे computer में विकाश होते हैं उन्हें अलग अलग generation में विभाजित कर दिया गया जिससे की इन्हें सटीक रूप से समझने में आसानी हो.
* ये भी जाने :-
#.On Page SEO क्या है
#.Off Page SEO क्या है
#.SEO क्या है
1st Generation of computer “कंप्यूटर की पहली पीढ़ी” – 1940 to 1956 “Vacuum Tubes”
पहले generation के कंप्यूटर Vacuum tubes से बना था जिसमे circuitry और Magnetic Drum को memory के लिए इस्तमाल करते थे. ये size में काफी बड़े बड़े हुआ करता था. इसको चलाने में काफी electric Power का इस्तमाल होता था. इसको एक जगह से दूसरे जगह ले जाना लागभग impossible हुआ करता था |
ज्यादा बड़ा होने के साथ साथ इसमें Vacuum tubes जो use होता था वो बहुत जी ज्यादा heat produce करता था। जिसके कारण खराब भी बहुत ही जल्द हो जाता था.
ENIAC पहली पीढ़ी के Computer का एक बेहतरीन उदाहरण है। इसमें लगभग 20,000 Vacuum tube, साथ ही 10,000 Capacitor और 70,000 Resistant शामिल थे। इसका वजन 30 टन से अधिक था और इसका Size बहुत बड़ा था , जिसके लिए एक बड़े कमरे की आवश्यकता थी। First Generation के Computer के अन्य उदाहरणों में EDSAC , IBM 701 और Menchester Mark 1 शामिल हैं।
2 nd Generation of Computer “दूसरी पीढ़ी की कंप्यूटर ” – (1956 to 1963) “Transistors”
Second generation के computers में transistors use होता था। Transistor ने vacuum tubes की जगह ले ली. Transistor बहुत ही कम जगह लेते थे, छोटे थे, faster थे, सस्ते थे और ज्यादा Energy Efficient थे. ये पहले generation के कंप्यूटर की तुलना में कम heat generate करते थे लेकिन फिर भी इसमें heat की समस्या अभी भी थी.
Transistor का उपयोग करने वाला पहला कंप्यूटर TX-0 था और इसे 1956 में launch किया गया था। Transistor का इस्तेमाल करने वाले अन्य कंप्यूटरों में IBM 7070, Philco Transac S-1000 और RCA 501 शामिल हैं।
Third Generation of Computer “तीसरी पीढ़ी की कंप्यूटर ” (1964 to 1971) Integrated Circuit
Third generation के computer में पहली बार Integrated Circuit का इस्तमाल किया गया था. जिसमे silicon chip का use किया गया था जिसे Semi Conductor कहा जाता है. इससे ये benefit हुआ की computer की processing करने की क्षमता काफी हद तक बढ़ गयी.
1960 के दशक के मध्य से लगभग सभी Computers ने ic का उपयोग किया जाने लगा. ic का उपयोग आज भी Computer में किया जाता है।
ये पहले Computer थे जहां Users friendly बनाने के लिए Keyboard,Monitor और operating system का use किया गया जिसका use हम आज तक कर रहे हैं |
Fourth Generation of Computer “ चौथी पीढ़ी की कंप्यूटर ” – 1971 to 2010 “Microprocessors”
Forth generation की ये विसेसता है की इसमें Microprocessor का इस्तमाल किया गया. जिससे हजारों Integrated Circuit (ic) को एक ही सिलिकॉन chip में embedded किया गया. इससे मशीन के आकार को कम करने में बहुत आसानी हुई.
Microprocessor का Use करने वाले कुछ शुरुआती कंप्यूटरों में Altair 8800, IBM 5100 और Micral शामिल हैं। आज के Computer अभी भी एक Microprocessor का Use करते हैं, इसके बावजूद कि Fourth Generation को 2010 में समाप्त होने पर विचार किया गया था।
Microprocessor के इस्तमाल से कंप्यूटर की processing speed और भी बढ़ गयी. ये बहुत ही कम समइ में बड़े बड़े कैलकुलेशन कर पा रहा था.
Fifth Generation कंप्यूटर की पांचवीं पीढ़ी – (2010 to Present) “Artificial Intelligence”
Artificial Intelligence वाले Computer उपकरण अभी भी विकास में हैं, लेकिन इनमें से कुछ Technologies उभरने लगी हैं जैसे Speech recognition, Parallel Processing, Quantum Calculation जैसे कई advanced तकनीक इस्तमाल में आने लगे हैं.
कंप्यूटरों में AI () के अधिक प्रसिद्ध उदाहरणों में से एक देखा जा सकता जो IBM का Watson है, जिसे एक प्रतियोगी के रूप में टीवी शो JOGP पर चित्रित किया गया है। अन्य बेहतर ज्ञात उदाहरणों में iPhone पर Apple का Siri और विंडोज 8 और विंडोज 10 कंप्यूटर पर Microsoft का Cortana शामिल है। Google Search Engine , Users की खोजों को Processed करने के लिए AI (Artificial Intelligence) का भी Use करता है।
कंप्यूटर का फुल फॉर्म क्या है?
C – Commonly, O – Operated, M – Machine, P – Particularly, U – Used for , T – Technical and E – Educational, R – Research |
कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया ?
चार्ल्स बैबेज (Charles Babbage) को कंप्यूटर का ” Father” कहा जाता है। चार्ल्स बैबेज द्वारा डिजाइन किए गए पहले Mechanical कंप्यूटर को Analytical Engine कहा जाता था। जो सन 1837 में निकला था. यह punch cards के रूप में रीड-ओनली मेमोरी का उपयोग करता है।
Punch Card की मदद से डाटा को insert किया जाता हैं |
कंप्यूटर की परिभाषा
किसी भी modern digital कंप्यूटर के कई components लगे होते हैं लेकिन उन में से कुछ बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं जिसके बिना कंप्युटर को operate नहीं कर सकते हैं | जैसे Input device, Output Device, CPU(Central Processing Unit), Mass Storage Device और Memory.
accepts data | Input |
processes data | Processing |
produces output | Output |
stores results | Storage |
computer केसे काम करता हैं ?
कंप्युटर 3 steps मे काम करता है. पहला डाटा को लेना जिसे हम Input भी कहते है, दूसरा काम उस डाटा को Processing करने का होता है और तीसरा काम उस processed डाटा को दिखाने का होता है जिसे Output भी कहते हैं.
Input Data → Processing → Output Data
Input (Data): Input वो step है जिसमे की हम computer को instruction देते हैं Input Device इस्तमाल करके के , कंप्यूटर में डाला जाता है. ये कोई letter,Text, पिक्चर या कोई विडियो भी हो सकता है.
Process: Process के दौरान input हुए data को instruction के अनुसार CPU के थ्रू processing की जाती है. ये पूरी तरह से Internal प्रोसेस है.
Output: Output के दौरान जो data पहले से processing हो चुकी हैं उसको Result के तोर में show किया जाता है. ये hard copy या soft copy यानी desktop पर show होगा और यदि हम चाहें तो इस result को save कर के Memory में रख भी सकते हैं Future के इस्तमाल के लिए.
images of the Part of the Computer
यदि आपने कभी किसी कंप्यूटर case (Box) के भीतर देखा होगा तो आपने ये जरुर पाया होगा की अन्दर छोटे छोटे कई components होते है, जिसका कोई न कोई work होता है आज हम उन्ही components के बारे मे जानेगे और उनका computer के अंदर क्या काम होता हे और केसे करते हैं |
Motherboard
किसी भी कंप्यूटर का मुख्य circuit को Motherboard कहा जाता है.मदरबोर्ड एक पीसी के काम के केंद्र में है। Motherboard एक हब होता है जो अन्य सभी हार्डवेयर के माध्यम से चलता है। मदरबोर्ड एक मस्तिष्क के रूप में कार्य करता है. जहां जरूरत है, वहां बिजली output करता है यह अन्य सभी components के साथ Communications करता है और तालमेल रखता हैं – यह कंप्यूटर में हार्डवेयर के सबसे महत्वपूर्ण parts में से एक है।
मदरबोर्ड चुनते समय, यह जांचना महत्वपूर्ण है कि मदरबोर्ड किन हार्डवेयर पोर्ट की support करता है। कितने USB पोर्ट और किस ग्रेड (USB 2.0, 3.0, 3.1) की जाँच करना वे महत्वपूर्ण हैं, साथ ही साथ कौन से डिस्प्ले पोर्ट उपयोग किए जाते हैं (HDMI, DVI, RGB) और उनमें से कितने हैं। मदरबोर्ड पर पोर्ट आपको यह परिभाषित करने में भी मदद करेगा कि आपके कंप्यूटर के साथ अन्य हार्डवेयर क्या support होंगे, जैसे कि आप किस प्रकार की रैम और ग्राफिक्स कार्ड का उपयोग कर सकते हैं।
CPU/Processor
सीपीयू (Central Processing Unit or processor) आपके कंप्यूटर द्वारा चलाए जाने वाले सभी programs को processing करने के लिए जिम्मेदार है। “clock speed”, या जिस गति से प्रोसेसर information को प्रक्रिया करता है, उसे gigahertz (GHz) में मापा जाता है। जितनी ज्यादा एक Processor की speed होगी उतनी ही जल्दी ये processing कर पायेगा.
RAM
RAM को हम Random Acess Memory भी कहा जाता हैं|
रैंडम एक्सेस मेमोरी, या रैम, मदरबोर्ड के मेमोरी स्लॉट में पाया जाने वाला हार्डवेयर है। ये System का Short Term Memory होता है. जब भी कभी कंप्यूटर कुछ calculation करता हैं तब ये temporarily उस result को RAM में save कर देता हैं|
अगर कंप्यूटर suddenly बंद हो जाये तो ये डाटा भी खो जाता है. इसलिए हम computer को power cut हो जाने बी बाध भी कुछ समय के लिए power backup ups (Unit Power Supply) से देते हे जो 15 से 20 minute के लिए power backup देता है |यदि हम कोई document लिख रहे हों तब उसे नष्ट होने से बचने के लिए हमें बिच बिच में अपने डाटा को save करते रहना चाहिए . Save करने से Data Hard Drive में save हो तो ये लम्बे समय तक रहती हैं |
आपको अपनी computer मे कितनी रैम की आवश्यकता है यह उन प्रोग्रामों पर निर्भर करता है, जिन्हें आप चला रहे हैं। Medium level गेमिंग आम तौर पर 8GB मेमोरी का उपयोग करता है जब आप अन्य Programs के साथ मे चला कर रहे हैं तो , लेकिन video/graphic design 16GB रैम से ऊपर का उपयोग कर सकता है। पता करें कि आपके कंप्यूटर को कितनी मेमोरी की आवश्यकता है।
Hard Drive
हार्ड ड्राइव एक स्टोरेज डिवाइस है जो permanent और temporary डेटा को स्टोर करने के लिए जिम्मेदार है। यह डेटा कई अलग-अलग रूपों में आता है, लेकिन मुख रूप से कंप्यूटर में कुछ भी save या installed ही किया जाता है: उदाहरण के लिए, Computer Programs , Family Images , Operating System, Word, Documents और इसी तरह कुछ भी ।
हार्ड ड्राइव कैसे काम करते हैं|
दो अलग-अलग प्रकार के स्टोरेज डिवाइस हैं: traditional hard disk drive (HDD) और solid state drives (SSD).हार्ड डिस्क ड्राइव के अंदर एक magnetic disks होता है जिसमे Binary data के रूप मे data को store करता हैं
Power Supply Unit:- Switch Mode Power Supply (SMPS)
Power supply unit का काम होता है की Main Power Supply से पॉवर लेकर उसे जरुरत के अनुसार दुसरे components में power Supply करना.
Expendable slot
सभी Computers के Expendable Slots होते हैं जिससे की हम Future में कोई Expendable Card को add कर सकें और इसके performance को बेहतर बना सके या new feature को add कर सके . इन्हें PCI (Peripheral Components Interconnect) card भी कहते है. लेकिन आज कल के Motherboard में built in ही कई Slots पहले से होते हैं. कुछ Expendable Card के नाम जो हम पुराने computers को update करने के लिए इस्तमाल कर सकते हैं.
- Video Card
- Sound card
- Network Card
- Bluetooth Card (Adapter)
कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर
Computer hardware को हमलोग Physical Device भी कहते हैं जिसको हमलोग touch कर सकते है महसूस कर सकते हैं इसलिए इसे Physical device भी कहा जाता हैं जिसे हम अपने कंप्यूटर में इस्तमाल करते हैं |
वहीँ Computer Software का मतलब है codes का collection of data या set of instruction जिसे हम अपने Machine के Hard Drive में install करते हैं hardware को चलने के लिए.
उदहारण के तोर पे कंप्यूटर मॉनिटर जो हम Read के लिए इस्तमाल करते हैं, Mouse जिसे हम Navigate करने के लिए इस्तमाल करते हैं,Printer,Speaker ये सब Computer Hardware हैं. वहीँ Internet Browser जिससे हम website visit करते हैं, और Operating System जिसमे की वो Internet Browser run होता है. ऐसी चीज़ों को हम Software कहते हैं.
हम ये कह सकते हैं की एक कंप्यूटर Software और Hardware का समिश्रण है, दोनों की सामान भूमिकाएं हैं, Computer दोनों साथ मिलकर ही कोई काम कर सकता हैं.
कंप्यूटर के प्रकार – Types of Computer in Hindi
जब भी हम कभी कंप्यूटर शब्द का इस्तमाल सुनते हैं तब हमारे मन में बस Desktop कंप्यूटर का ही चित्र आता है. या फिर Laptop के बारे मे सोचते हैं |में आप लोगों को बता दूँ की Computers बहुत सारे प्रकार के होते हैं. विभिन Shapes और Size के आते हैं. जरुरत के अनुसार हम इनका इस्तमाल मी लाते हैं जैसे की ATM पैसे निकालने के लिए, Scanner किसी Barcode को स्कैन करने के लिए, Calculator किसी बड़ी calculation करने के लिए. ये सारे different types के Computer हैं.
Desktop
मैं आशा करता हूँ की मैंने आप लोगों को What is computer क्या है (What is computer in Hindi) के बारे में पूरी जानकारी दी और में आशा करता हूँ आप लोगों को What is computer in Hindi के बारे में समझ आ गया होगा. यदि आपके मन में इस article को लेकर कोई भी doubts या इसमे और कुछ सुधार की जरूरत हे तो आप बेझिजक comment कर के मुझे help करे |
आपके इन्ही comments से हमें कुछ सीखने और कुछ सुधारने का मोका मिलेगा. यदि आपको मेरी यह Post computer क्या होता है |अच्छा लगा हो या इससे आपको कुछ सिखने को मिला हो तब अपनी प्रसन्नता को दर्शाने के लिए कृपया इस पोस्ट को Social Networks site जैसे कि Facebook, Google+ और Twitter इत्यादि पर share कीजिये.
Thank You…